Many historians have told us about the great warriors and kings of history. Today we are going to tell about one of those great warriors and kings. And his name is xiahou dun. Xiahou Dun was born in a dynasty family in China. Xiahou Dun was a very brave and fearless warrior. Xiahou Dun was the commander of the army of Cao Cao. Xiahou Dun was one of Cao Cao's most trusted general.
बहुत से इतिहासकारों ने इतिहास के बहुत महान योद्धाओं और राजाओं के बारे में हमें बताया है। आज हम उन्हीं महान योद्धाओं और राजाओं में से एक बारे में बताने जा रहे है। और उसका नाम है xiahou dun. Xiahou Dun का जन्म चीन में एक राजवंश परिवार में हुआ था। Xiahou Dun एक बहुत ही बहादुर और निडर योद्धा था। Xiahou Dun काओ काओ नाम की सेना का सेनापति था। Xiahou Dun काओ काओ के सबसे भरोसेमंद सेनापति में से एक था।
Xiahou Dun fought a lot together with his army. And also win all the battles Xiahou Dun always fights in the midst of his enemies And kills them. Xiahou Dun fights with every battle madness. Because of which Xiahou Dun's many brave tales were famous while fighting their enemies.But what is the most famous about Xiahou Dun. That's it. .... At the time of a war, Xiahou Dun was always fighting between his enemies and fighting his enemies. Then suddenly an arrow came in the eyes of Xiahou Dun. At the time of fighting between the war, the army of Xiahou Dun was suddenly scared of seeing the arrows in Xiahou Dun's eye. Seeing Xiahou Dun's arrow in the eye, Xiahou Dun's enemy seemed to have conquered Xiahou Dun. Then Xiahou Dun tried to get out by catching an arrow in his own eye. But with the arrow, his eyes came out too. All were surprised to see this. Xiahou Dun swallowed his eye just before coming out of the eye. Seeing this, the enemy of Xiahou Dun was very scared. And Xiahou Dun became famous as the name of an eye warrior.
Xiahou Dun अपनी सेना के साथ मिलकर बहुत सी लड़ाई लड़ा। और सभी लड़ाइयों को भी जीता। Xiahou Dun हमेशा अपने दुश्मनों के बीच में जाकर लड़ता। और उन्हें मार देता। Xiahou Dun हर लड़ाई पागलपन के साथ लड़ता। जिसके कारण अपने दुश्मनों से लड़ते समय Xiahou Dun के बहुत से बहादुरी के किस्से मशहूर हुए । लेकिन Xiahou Dun के बारे में जो किस्सा सबसे महशूर है। वो ये है। .... एक युद्ध के समय Xiahou Dun हमेशा की तरह अपने दुश्मनो के बीच जाकर अपने दुश्मनो से लड़ रहा था। तभी अचानक से एक तीर Xiahou Dun की आँख में आकर लग गया। युद्ध के बीच में लड़ते समय अचानक से Xiahou Dun की आँख में लगे तीर को देखकर Xiahou Dun की सेना डर गई। Xiahou Dun के आँख में लगे तीर देखकर Xiahou Dun के दुश्मन को लग रहा था की उसने Xiahou Dun को मात दे दी है। तभी Xiahou Dun ने अपनी आँख में लगे तीर को अपने हाँथ से पकड़कर बाहर निकलने की कोशिश की। लेकिन तीर के साथ उसकी आँख भी बाहर निकल आई। ये देखकर सभी हैरान थे। आंख के बाहर निकलते ही Xiahou Dun अपने दुश्मन के सामने ही अपनी आँख को निगल गया। ये देखकर Xiahou Dun का दुश्मन बहुत डर गया। और Xiahou Dun एक आंख वाले योद्धा के नाम से महशूर हो गया।
After this incident, the fear of Xiahou Dun was spread among many opposing armies. Due to which many opposing forces started scared to fight with Xiahou Dun. And many of its armies refused defeat without fighting. Xiahou Dun was the commander of Cao Cao's army. Cao Cao died at the age of 220. After that Xiahou Dun was promoted as General-in-Chief. He died a few months later.
इस हादसे के बाद Xiahou Dun का डर बहुत सी विरोधी सेनाओं में फ़ैल गया। जिसके कारण बहुत सी विरोधी सेना Xiahou Dun के साथ युद्ध करने से डरने लगी। और जिसके बहुत सी सेनाओं ने बिना युद्ध किये हार मान ली। Xiahou Dun काओ काओ की सेना का सेनापति था। काओ काओ की 220 की उम्र में मृत्यु हो गई थी। उसके बाद Xiahou Dun को जनरल-इन-चीफ के रूप में पदोन्नत किया गया था। कुछ महीने बाद उनकी मृत्यु हो गई।
The Cao Man Zhuan and the Shiyu mentioned that Xiahou Dun once suggested to Cao Cao to eliminate Liu Bei first in order to force Sun Quan to surrender of his own accord, and then follow in the footsteps of the mythological rulers Shun and Yu by making Emperor Xian voluntarily abdicate the throne to him. Cao Cao accepted his proposal. After Cao Cao's death, Xiahou Dun regretted his words and fell sick and died. The historian Sun Sheng dismissed the Shiyu account as nonsense, saying that it did not match what was recorded in the main text of Xiahou Dun's biography in the Sanguozhi – Xiahou Dun felt ashamed of serving under the Han imperial court so he requested to serve in Cao Cao's vassal kingdom.
काओ मैन झुआन और शियू ने उल्लेख किया कि ज़ियाउओ डुन ने एक बार काओ काओ को सुझाव दिया था कि वह सन बीऊ को खत्म करने के लिए सबसे पहले सन क्वान को अपने स्वयं के आत्मसमर्पण के लिए मजबूर करे, और फिर सम्राट शाऊन और यू को सम्राट बनाकर उनके नक्शेकदम पर चलें। जियान ने स्वेच्छा से सिंहासन को उसके लिए त्याग दिया। काओ काओ ने उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। काओ काओ की मृत्यु के बाद, Xiahou Dun ने अपने शब्दों पर पछतावा किया और बीमार पड़ गया और मर गया। इतिहासकार सन शेंग ने शियू खाते को बकवास बताते हुए कहा कि यह मेल नहीं खाता था कि सोंगोझी में शियाहो डुन की जीवनी के मुख्य पाठ में क्या दर्ज किया गया था - शियाओउ डुन को हनी शाही अदालत के तहत सेवा करने में शर्म महसूस हुई इसलिए उन्होंने काओ में सेवा करने का अनुरोध किया काओ का जागीरदार साम्राज्य।
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