trip to delhi's best tours

Best tour's in Delhi

India Gate Delhi (india)


India Gate is a war memorial, which is New Delhi. New Delhi is the capital of India. India Gate is a memorial for 70,000 soldiers of the British Indian Army, who died during World War 1st in the period 1914-21.

इंडिया गेट एक युद्ध स्मारक है, जो नई दिल्ली है। नई दिल्ली भारत की राजधानी है। इंडिया गेट ब्रिटिश भारतीय सेना के 70,000 सैनिकों के लिए एक स्मारक है, जिनकी मृत्यु 1914–21 की अवधि में प्रथम विश्व युद्ध में हुई थी।

In 1972, after the war in Bangladesh, there was a small simplified structure in India Gate. Which included a black marble plinth under India Gate, on which Amar Jawan was written, along with a reverse rifle, a war helmet was placed above the rifle. It has served as the tomb of the unknown soldier of India from 1971. India Gate is counted as one of India's largest war memorials. On every Republic Day, Prime Minister of India Amar Jawan goes to this place to pay homage to Jyoti. After that parade of Republic Day begins.

1972 में, बांग्लादेश युद्ध के बाद, इंडिया गेट में एक छोटी सी सरल संरचना की गई। जिसमें इंडिया गेट के नीचे एक काले संगमरमर के प्लिंथ शामिल थे, जिसके ऊपर अमर जवान लिखवाया गया, साथ ही एक उल्टे राइफल के साथ, एक युद्ध हेलमेट को राइफल के ऊपर रखा गया। इसे 1971 से भारत के अज्ञात सैनिक के मकबरे के रूप में कार्य किया है। इंडिया गेट को भारत के सबसे बड़े युद्ध स्मारकों में गिना जाता है। प्रत्येक गणतंत्र दिवस पर, भारत के प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इस स्थान पर जाते हैं। उसके बाद गणतंत्र दिवस की परेड शुरू होती है।

Red fort delhi (India)


Red Fort is a historic fort in Delhi city in India. As well as the most important fort of India, This fort was the main residence of the emperors of the Mughal dynasty for nearly 200 years, until 1856,

लाल किला भारत में दिल्ली शहर का एक ऐतिहासिक किला है। और साथ ही भारत का सबसे महत्वपूर्ण किला भी, यह किला 1856 तक, लगभग 200 वर्षों तक मुगल वंश के सम्राटों का मुख्य निवास था

This fort is situated in the center of Delhi. Many Mughal emperors ruled on this fort. This fort is made of red sandstone, due to which all the walls of this fort are red and that is why it was named Red Fort. This fort was the formal and political center of the Mughal state.

यह किला दिल्ली के केंद्र में स्थित है इस किले पर बहुत से मुग़ल बादशाहों ने राज किया था। यह किला लाल बलुआ पत्थर से बना है जिसके कारण इस किले की सभी दीवारे लाल है और इसी वजह से इसे लाल किला का नाम दिया गया। यह किला मुगल राज्य का औपचारिक और राजनीतिक केंद्र था।

Every year on India's Independence Day (August 15), the prime minister hoists the Indian "Tricolor flag" at the main gate of the fort and gives national broadcast speech from its ramparts.It was named a UNESCO World Heritage Site in 2007 as part of the Red Fort complex.

भारत के स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर हर साल, प्रधानमंत्री किले के मुख्य द्वार पर भारतीय "तिरंगा झंडा" फहराते हैं और अपनी प्राचीर से राष्ट्रीय प्रसारण भाषण देते हैं। इसे 2007 में लाल किला परिसर के हिस्से के रूप में एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल नामित किया गया था।

Lotus Temple delhi (India)


Lotus Temple is one of the most precious buildings in India. The Lotus Temple is also known as Baha'i Temple. It is one of the most visited buildings in India. The architecture of this temple was separated for 10 years and its construction was completed in 1986.

कमल मंदिर भारत की सभी अनमोल इमारतों में से एक है। कमल मंदिर को बहाई मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह भारत की सबसे ज्यादा देखे जाने वाली इमारतों में से एक है। इस मंदिर की वास्तुकला को बनाने में १० साल अलगे थे और इसका निर्माण 1986 में पूरा हुआ था।

White marble has been used in the construction of the Kamal temple. If you look at this temple from the top side, it seems that it is a half-open lotus temple. A team of 800 people worked to complete the architecture and construction of this temple. This team includes engineers, technicians and workers. The height of this lotus temple is 40 meters.

कमल मंदिर के निर्माण में सफ़ेद संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है। अगर आप इस मंदिर को ऊपर की ओर से देखें तो ऐसा लगता है कि यह आधा खुला हुआ कमल मंदिर है। इस मंदिर की वास्तुकला और निर्माण को पूरा करने के लिए 800 लोगों की टीम ने काम किया था। इस टीम में इंजीनियर, तकनीशियन और श्रमिक शामिल हैं। इस कमल मंदिर की ऊँचाई 40 मीटर है।

Lotus temple is very famous for its flower-like shape, it has become a major attraction in the city. The Kamal temple has won many architectural awards and has been featured in many newspapers and magazines articles. The CNN report of 2001 is one of the world's most beautiful and most visited buildings.

कमल मंदिर अपनी फूलों जैसी आकृति के लिए बहुत ही महशूर है, यह शहर में एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। कमल मंदिर ने कई वास्तुशिल्प पुरस्कार जीते हैं और कई अखबारों और पत्रिका के लेखों में चित्रित किया गया है। 2001 की सीएनएन रिपोर्ट ने इसे दुनिया की सबसे सुन्दर और अधिक देखी जाने वाली इमारत में से एक है।

Qutub Minar delhi (India)


Qutub Minar is located in Mehrauli area of ​​South Delhi city in India, it is the world's tallest tower built in brick from Mughal period. Its height is 72.5 meters (237.86 feet) and diameter is 14.3 meters, it has 379 staircases.

कुतुब मीनार भारत में दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्थित है, यह मुग़ल काल में ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है। इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर (237.86 फीट) और व्यास १४.३ मीटर है, इसमें ३७९ सीढियाँ हैं।

The beautiful arts around the Qutub Minar have been done. Many of which are of its construction period 1192. This complex has been approved by UNESCO as World Heritage.The Qutb Minar, the first Muslim ruler of Delhi, Qutubuddin Aibak, was created to spread Islam. The rebuilding of the Qutub Minar was started in 1193, but only to make its basis. Its successor, Iltutmish, increased the three floors in it and in 1368 Firoz Shah Tughlaq made the fifth and final destination. The tower is made of red sandstone, on which the fine vertex of the rectangles of the Quran and the flowering of the vines has been done.

कुतुब मीनार के चारों तरफ बहुत ही सुन्दर कलाएं की गई है। जिनमें से अनेक इसके निर्माण काल सन 1192 के हैं। यह परिसर युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में स्वीकृत किया गया है। कुतुब मीनार को दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक, ने इस्लाम फैलाने के लिए बनाया था। कुतुब मीनार का पुनर्निर्माण सन ११९३ में आरंभ करवाया, परंतु केवल इसका आधार ही बनवा पाया। उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसमें तीन मंजिलों को बढ़ाया और सन १३६८ में फीरोजशाह तुगलक ने पाँचवीं और अंतिम मंजिल बनवाई । मीनार को लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है, जिस पर कुरान की आयतों की एवं फूल बेलों की महीन नक्काशी की गई है।

Old Fort-Delhi


The old fort is one of the oldest forts in India. This fort is located on the banks of the river Yamuna in New Delhi. This fort is very huge. There are three major gates in this fort which are in the north, west and south of this fort. Western doors are used to enter the fort nowadays. The north gate is called the "divorce door". It is unclear why and when the use of this door was restricted. This fort is considered to be a beautiful model of coordination of Mughal, Hindu and Afghani architecture.

पुराना किला भारत के सबसे पुराने किलों में से एक है। यह किला नई दिल्ली में यमुना नदी के किनारे स्थित है। यह किला बहुत ही विशाल है इस किले में तीन बड़े द्वार हैं जो इस किले के उत्तर, पश्चिम और दक्षिण में हैं इनमें से पश्चिमी दरवाज़े का प्रयोग आजकल किले में प्रवेश के लिए किया जाता है। उत्तर की ओर का द्वार “तलाकी दरवाजा” कहलाता है। यह स्पष्ट नहीं है कि कब और क्यों इस दरवाज़े के उपयोग को प्रतिबंधित किया गया। यह किला मुग़ल, हिंदू तथा अफघानी वास्तुकला के समन्वय का एक सुंदर नमूना माना जाता है।

This fort was built by Sher Shah Suri in his reign between 1538 and 1545. Who had seized the throne of Delhi from Mughal emperor Humayun. It is said that Mughal emperor Humayun died accidentally due to falling below the stairs in this fort.

इस किले का निर्माण शेर शाह सूरी ने अपने शासन काल में 1538 से 1545 के बीच करवाया था। जिसने मुगल बादशाह हुमायूँ से दिल्ली का सिंहासन छीन लिया था। ऐसा कहा जाता है कि मुगल बादशाह हुमायूँ की इस किले में सीढ़ियों से नीचे गिरने के कारण दुर्घटनावश मृत्यु हो गई।

According to Hindu literature, it is also said about this fort. This fort is at the site of Indraprastha which was the great capital of Pandavas. Delhi was first inhabited by the Pandavas as their capital, Indraprastha, even before 1400 BC, but there is no definitive proof of this. But in the southeastern part of the old fort, some trenches were dug for testing in 1955 and where pieces of clay pieces were found etc, they matched the sacred objects from the other places related to the story of the Mahabharata, from which to the old fort The recognition of the terrain being inducted has got some strength.

हिन्दू साहित्य के अनुसार इस किले के बारे में ऐसा भी कहा जाता है की। यह किला इंद्रप्रस्थ के स्थल‍ पर है जो पांडवों की विशाल राजधानी होती थी। दिल्ली को सर्वप्रथम पांडवों ने अपनी राजधानी इन्द्रप्रस्थ के रूप में बसाया था वह भी ईसापूर्व से १४०० वर्ष पहले, परन्तु इसका कोई पक्का प्रमाण नहीं हैं। लेकिन पुराने किले के दक्षिण पूर्वी भाग में सन १९५५ में परीक्षण के लिए कुछ खंदक खोदे गए थे और जहाँ मिट्टी के पात्रों के टुकड़े आदि पाए गए वे महाभारत की कथा से जुड़े अन्य स्थलों से प्राप्त पुरा वस्तुओं से मेल खाते थे जिससे इस पुराने किले के भूभाग को इन्द्रप्रस्थ रहे होने की मान्यता को कुछ बल मिला है।

Humayun Tomb in delhi


Humayun's Tomb is considered a masterpiece of the history and architecture of the Mughal regime. This mausoleum of Mughal ruler Humayun is located in the city of Delhi, India. Humayun was the son of the first Mughal emperor Babur. This tomb is decorated very beautifully with Mughal art. A stunning specimen of Mughal art can be seen on this tomb. This Tomb of Humayun is the first tomb that the red stone has been used to construct. Mughal art is so stunning on this tomb that the tomb was declared in the UNESCO World Heritage Site in 1993.

हुमायूँ का मकबरा मुग़ल शासन के इतिहास और वास्तुकला का एक बेहतरीन नमूना माना जाता है। मुग़ल शासक हुमायूँ का यह मकबरा भारत के दिल्ली शहर में स्थित है। प्रथम मुग़ल सम्राट बाबर के पुत्र थे हुमायूँ। इस मकबरे को मुग़ल कला से बहुत ही सुन्दर तरीके से सजाया गया है। इस मकबरे पर मुग़ल कला के एक भेतरीन नमूने को देखा जा सकता है। हुमायूँ का यह मकबरा ऐसा पहला मकबरा है जिसके निर्माण के लिए लाल पत्थर का उपयोग किया गया है। इस मकबरे पर मुग़ल कला इतनी भेतरीन है की इस मकबरे को 1993 में यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साईट में घोषित कर दिया गया था।

Humayun died on 20 January 1556 and after 9 years of Humayun's death, the work of the tomb began in 1565 and ended in 1572. Then the total money spent in the construction of this tomb was 1.5 million, which was raised by Bega begum. In 1556, after the death of Humayun, Begaga begum was very sad and she was determined to build this tomb.

हुमायूँ की मृत्यु 20 जनवरी 1556 को हुई थी और फिर हुमायूँ की मृत्यु के 9 साल बाद 1565 में मकबरे का कार्य शुरू हुआ था और 1572 को समाप्त हुआ। तब इस मकबरे के निर्माण कार्य में कुल पैसा 1.5 मिलियन खर्च हुआ था जिसका भार बेगा बेगम ने उठाया था।1556 में हुमायूँ की मृत्यु के पश्चात् बेगा बेगम को अत्यंत दुःख हुआ था और उन्होंने ही इस मकबरे को बनाने की ठानी थी।

many beautiful tomb will be found in Mughal architecture in India. But the beauty of the Mughal architecture was realized to this world when Shahjahan built the Taj Mahal. One of the Seven Wonders of the World. The Taj Mahal is built almost on the basis of Humayun's Tomb.

वैसे तो भारत में मुग़ल वास्तुकला के बहुत से सुन्दर मकबरे देखने को मिल जायेंगे। लेकिन इस दुनिया को मुग़ल वास्तुकला की सुंदरता की पहचान तब हुई जब शाहजंहा ने ताजमहल बनवाया। जो दुनियाँ के सात अजूबों में से एक है। ताजमहल को लगभग हुमायूं के मकबरे के आधार पर ही बनाया गया है।

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